कलेक्टर ने किया शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण
नरसिंहपुर- कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना के मार्गदर्शन में “आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत ग्राम चौपाल की शुरुआत की गई है। इसके अन्तर्गत शासकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाता है। शुक्रवार को कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना, अपर कलेक्टर श्री मनोज कुमार ठाकुर ने तहसीलदार कार्यालय करेली का निरीक्षण किया। राजस्व वसूली, अतिक्रमण के प्रकरणों की जानकारी उन्होंने तहसीलदार श्री राजेश मेहरा से ली। शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण पर उन्होंने निर्देश दिए कि उक्त प्रकरणों में रिपोर्ट में अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण करना पाया गया है तो उसका उल्लेख रिपोर्ट में हो। अतिक्रमण के प्रकरणों में सात दिन में कब्जा खाली कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएं। इसके अलावा सिविल कोर्ट की कार्यवाही किए जाने का भी उल्लेख किया जाए। ऐसे प्रकरण जिनमें कम जुर्माना वसूला गया है उनकी पुनः समीक्षा की जाए। अतिक्रमण सिद्ध पाए जाने पर अधिकतम जुर्माना वसूली जाने की कार्यवाही की जाए।
इसके अलावा राजस्व निरीक्षण जब भी सीमांकन का कार्य करे उसमें संबंधित पटवारी कार्य में सहयोग करें इसका विशेष ध्यान रखा जाए। पटवारी अगर मुख्यालय पर नहीं है तो उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी तहसीलदार को मौके पर दिए।
समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय करेली में कलेक्टर श्री सक्सेना ने जाकर वहां कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी ली। कार्यालय में पदस्थ परियोजना अधिकारी श्री आदित्य पटेल फील्ड पर थे। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कार्यालय में व्याप्त गंदगी देखकर काफी नाराजगी जाहिर की गई और इसे तत्काल सही करने के निर्देश मौके पर मौजूद कर्मचारियों को दिए।
ग्राम पंचायत भवन अम्हेटा को मिला आई एसओ सर्टिफिकेट
उक्त निरीक्षण के बाद कलेक्टर श्री सक्सेना ग्राम पंचायत अमहेटा पहुंचे। उन्होंने पटवारी, सचिव, कोटवार, ग्राम रोजगार सहायक से गांव में किये गये कार्यों की जानकारी ली। लोगों द्वारा बताया गया कि पटवारी मुख्यालय पर नहीं रहते हैं। खाद्यान्न पर्ची सर्वे कार्य में बेहतर कार्य करने के निर्देश उन्होंने दिये। लोगों द्वारा जानकारी दी गई कि उक्त ग्राम पंचायत भवन को आईएसओ सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है।
तत्पश्चात कलेक्टर श्री सक्सेना शासकीय माध्यमिक शाला भुगवारा का निरीक्षण किया। छात्र- छात्राओं को प्रदत्त भोजन की गुणवत्ता देखी। बच्चों से हेड स्टार्ट कार्यक्रम के बारे में पूछा। उन्होंने छात्रों की वर्क बुक का अवलोकन किया। वर्क बुक में बच्चों द्वारा की गई वर्तनी की त्रुटियों को सुधारने के निर्देश भी उन्होंने शिक्षकों को दिये।